ये जमाना |Ye Jamana Hindi Poem| Love Poem
जमाने की भिड में रहती हूँ,पर पहचानता मुझे मेरे सिवा कोई नहीं… सभी कहते हैं वो मेरे करीब है,पर मेरे …
जमाने की भिड में रहती हूँ,पर पहचानता मुझे मेरे सिवा कोई नहीं… सभी कहते हैं वो मेरे करीब है,पर मेरे …
हरी-भरी वादियों में घुली सुगंध, मधुर गीत गाती है हवाओं में पवन। सूरज की किरणों से सजी है धरा, प्रकृति …