“ठंड की कविता” | Hindi Poem On Cold
ठंड की हवा चलती है,सर्दी की रातें आती हैं।पेड़ों की पत्तियाँ झड़ जाती हैं,और धरती पर बर्फ़ की चादर बिछ …
ठंड की हवा चलती है,सर्दी की रातें आती हैं।पेड़ों की पत्तियाँ झड़ जाती हैं,और धरती पर बर्फ़ की चादर बिछ …
जमाने की भिड में रहती हूँ,पर पहचानता मुझे मेरे सिवा कोई नहीं… सभी कहते हैं वो मेरे करीब है,पर मेरे …
हरी-भरी वादियों में घुली सुगंध, मधुर गीत गाती है हवाओं में पवन। सूरज की किरणों से सजी है धरा, प्रकृति …